70% तैयार हो चुकी थी रामलला की मूर्ति, दिल्ली से आया एक फोन…’ अरुण योगीराज को दोबारा बनानी पड़ी प्रतिमा अयोध्या मंदिर में विराजमान रामलला की मूर्ति से पहले
अरुण योगीराज एक और प्रतिमा निर्मित कर रहे थे. रामलला की वह मूर्ति 70 प्रतिशत पूरी भी हो चुकी थी, लेकिन दिल्ली से एक फोन आने के बाद योगीराज ने उस मूर्ति को पूरा नहीं किया.
अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर में विराजमान रामलला की प्रतिमा का निर्माण करने वाले अरुण योगीराज शुक्रवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव (India Today Conclave 2024) में पहुंचे. यहां उन्होंने प्रभु श्रीराम की प्रतिमा बनाते समय घटी कई घटनाओं का वर्णन किया. इस दौरान अरुण योगीराज ने उस किस्से के बारे में विस्तार से बताया, जब उन्होंने रामलला की प्रतिमा 70 प्रतिशत तैयार कर ली थी और दिल्ली से एक फोन आने के कारण दिल्ली जाना पड़ा. बाद में उन्हें बताया गया कि मूर्ति का दोबारा निर्माण करना होगा.
अरुण योगीराज ने बताया,’मैंने जून में विग्रह बनाना शूरू किया था. अगस्त तक करीब 70 प्रतिशत काम पूरा हो चुका था. अचानक मिश्राजी ने फोन किया कि अरुण दिल्ली आ जाओ. मैंने सोचा कि मैं बहुत अच्छा काम कर रहा हूं. शायद बहुत बड़ा काम मिलने वाला है.
दिल्ली पहुंचा. मिश्राजी ने मुझसे कहा कि 8 टेस्ट में से एक रिपोर्ट निगेटिव आई है. इस पत्थर पर आगे काम नहीं कर सकते. देश के प्रति हमारी जवाबदेही है. तुम युवा हो और तुम्हारे पास दो महीने का समय है. मुझे पता है तुम यह कर लोगे. मैं एक मिनट के अंदर ही उनकी बातों से सहमत हो गया.’