BJP का वो कैंडिडेट जो लालू से हारा, राबड़ी देवी को हराया और अब बेटी से होगा मुकाबला लोकसभा चुनाव में बिहार की सारण सीट सबसे हॉट सीट बन गई है. आरजेडी ने इस सीट से लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य को मैदान में उतारा है तो वहीं बीजेपी ने ऐसे नेता पर दांव लगाया है जो लालू, राबड़ी के खिलाफ भी चुनाव लड़ चुका है बिहार की राजनीति में लालू यादव का परिवार पावर सेंटर रहा है. इस बार के लोकसभा चुनाव में भी लालू यादव विपक्षी गठबंधन की ड्राइविंग सीट पर हैं. उनकी बेटी रोहिणी आचार्य ने चुनावी पारी का आगाज करते हुए सारण सीट से ताल ठोंक दी है. मुकाबला बीजेपी के राजीव प्रताप रूडी से है. रूडी के बारे में खास बात ये है कि वो लालू यादव से हारे हैं तो राबड़ी देवी को हराया भी है. अब इन चुनावों में वे रोहिणी से दो-दो हाथ
कर रहे है
1990 में तरैया से पहली बार विधानसभा पहुंचे राजीव प्रताप रूडी ने लालू यादव का गढ़ रही इस सीट से 1996 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते भी. यह वह दौर था जब का गढ़ रही इस सीट से 1996 में पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा और जीते भी. यह वह दौर था जब लालू यादव बिहार की सियासत का पावर सेंटर हुआ करते थे. 1998 के चुनाव में बीजेपी ने रूडी पर ही भरोसा जताया लेकिन तब हीरालाल राय ने उनको हराकर यह सीट फिर से आरजेडी की झोली में डाल दी थी.
1999 में रूडी फिर जीतकर लोकसभा पहुंच गए साल 2004 के लोकसभा चुनाव में अपना खोया गढ़ वापस पाने के लिए सारण (तब छपरा) सीट से आरजेडी प्रमुख लालू यादव खुद मैदान में उतर गए. लालू यादव ने करीब 60 हजार वोट के अंतर से बीजेपी के रूडी को हरा दिया. लालू 2009 के चुनाव में भी रूडी को पटखनी देकर सारण सीट से संसद पहुंचे लेकिन 2014 के चुनाव से तस्वीर फिर बदल गई. चारा घोटाला केस में दोषी ठहराए जाने के बाद लालू यादव के चुनाव लड़ने पर रोक लग गई. लालू ने इस सीट से अपनी पत्नी पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को चुनाव मैदान में उतार दिया