प्रदेश स्तरीय कवि सम्मेलन में सभी बोल उठे”धक्कों द महाशिवरात्रि पर मां नवचंडी देवीधाम पर हुआ आयोजन।
संवाददाता विशाल पटेल
खंडवा। महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर मां नवचंडी देवीधाम पर महंत बाबा गंगाराम जी की उपस्थिति में व डॉ दिनेश लौवंशी के संयोजन में प्रदेश स्तरीय निमाड़ी हिंदी कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ। यह जानकारी देते हुए मेला संयोजक गौरीशंकर वर्मा ने बताया कि कवि सम्मेलन उपस्थित सभी का स्वागत सत्कार संतोष मोटवानी एवं महंत बाबा गंगाराम द्वारा किया गया। कार्यक्रम का प्रारम्भ कवित्रिय मंगला चौरे, रंजना जोशी, सलोनी सेन के कोरस में मां शारदा की वंदना से हुआ। पश्चात दीपक चाकरे चक्कर ने निमाड़ी कविता के माध्यम से किसानों के दर्द को बखूबी उकेरा। बाड़ी भीकनगांव से पधारे दगड़ू सिंह तंवर ने अपने निमाड़ी अंदाज में श्रोताओं को खूब गुदगुदाया। मनोज पटेल टेमीकला ने हास्य में देश की अर्थव्यवस्था पर व्यंग्य बाण चलायें। कवित्रिय सलोनी सेन की प्रेम और श्रृंगार रस की रचनाओं पर श्रोतागण झूम उठे। शैलेन्द्र सारंग खरगौन के छंदों को खूब पसंद किया गया। संस्कृत में बीड़ी, पजामा और तम्बाकू को क्या कहते है बताते हुए श्रोताओं को आनन्दित कर दिया। महेश अनघड़ कसरावद ने ढेट निमाड़ी भाषा मे हास्य बिखरते हुए नशा पर शानदार रचना सुनाते हुए सबको सावधान किया। मंगला चौरे ने निमाड़ी में मजा ही कुछ और को अपने अंदाज में प्रस्तुत किया। गजलकार गोविंद गीते ने “जादूगर कुछ ऐसा कर दे” रचना एवं गज़लों के माध्यम से कवि सम्मेलन को ऊंचाई दी। रंजना जोशी ने अपनी शानदार रचना के माध्यम से श्रोताओं को बांधे रखा। सन्तोष चौरे चुभन ने देश भक्ति, वीर रस की रचनाओ को सुना कर श्रोताओं में देश के प्रति जोश जज्बा भर दिया। निर्मल मंगवानी ने अपनी छोटी छोटी टिप्पणी से आल्हादित किया। इस दौरान महेश मूलचंदानी, रमाकान्त गुहा, रमेशचंद यादव ने भी काव्यपाठ किया। हास्य-व्यंग्य कवि सुनील चौरे उपमन्यु ने लोंगो के मानस पटल पर छाई हास्य रचना “ध ध धक्कों द” सुनायी। श्रोतागण”धक्कों द”अपने होठों पे इस शब्द को बोलते हुए प्रसन्नता से झूमे। अंत में बड़ी संख्या में रसिक श्रोतागणों का आभार संयोजक डॉ दिनेश लौवंशी ने माना।