सादुलशहर स्वर्णकार समाज के युवाओं ने पक्षियों के लिए बांधे परिंडे
सादुलशहर ब्यूरो रिपोर्ट
गर्मियोंमें जैसे-जैसे पारा चढ़ता है, पक्षियों के लिए दाना-पानी ढूंढ पाना भी उतना ही मुश्किल होता है। ऐसे में कई बेजुबान पक्षी दाना-पानी नहीं मिलने की वजह से अपनी जिंदगी भी नहीं बचा पाते। साथ ही शहरीकरण बढ़ने से पक्षियों की जीवनचर्या और मुश्किल हो गई है। उनके लिए बेहतर जरुरी खाद्य सामग्री एवं पानी को ढूंढ पाने में कठिनाई से जीवन संकट में पड़ जाता है। कई बेजुबान पक्षी इस भीषण गर्मी में प्यास से छटपटाते हुए दम तोड़ देते हैं।
इसको ध्यान में रखते हुए सादुलशहर स्वर्णकार समाज के युवा नेता हेमंत सोनी के नेतृत्व में युवाओं ने बेजुबान पक्षियों के लिए परिंडे स्थानीय कोर्ट परिसर, तहसील परिसर, एसडीएम ऑफिस व हॉस्पिटल परिसर में बांधे गए, ताकि वे पानी की तलाश में ही दम न तोड़ दें। इन युवाओं के इस जज्बे को सलाम। क्षेत्र में ये स्वर्णकार समाज के युवा आजकल चर्चा का विषय बने हुए हैं।
श्री हेमंत सोनी ने बताया देशभर में इन पक्षियों पर मंडरा रहा है खतरा
देश भर में गौरेया, मैना, बंगाल, फ्लोरिकन, जेरडन कॉरसर, लैपविंग(टिटहरी), फॉरेस्ट आउलेट(उल्लू), ग्रेट इंडियन बस्टर्ड, ब्लैक काइट(चील) के अलावा गिद्धों की चार प्रजातियों, व्हाइट बैक्ड वल्चर, लांग बिल्ड वल्चर, स्कैनवेजिएर वल्चर और बिएर्ड वल्चर प्रजातियां शामिल है।
इन युवाओं ने समाज के बाकी लोगों से भी इस पुनीत कार्य में सहयोग करने की अपील करते हुए परिंडे बांधते वक्त सावधानियां बरतने की भी सलाह दी
1 बर्तन ज्यादा गहरे हो, ताकि पंछी इनमें बर्डबाथ तो आसानी से कर लें।
2 परिंडे के किनारे इतने तीखे या कठोर न हो, जो पक्षियों के कोमल पंखों अंगों को घायल कर दें।
3 पानी का बर्तन गहराई में कम हो और चौड़ाई में ज्यादा हो।
4, इन बर्तनों को समय-समय पर साफ करते रहें, ताकि इनमें गंदगी जमा न हो। निरंतर पानी बदलते रहें।
5. बर्तन ऐसी जगह पर रखें जाएं, जहां पर पक्षी सुरक्षित भी रहे।
6. बर्तन बाल्कनी, विंडो या टैरेस आदि पर भी रखे जा सकते हैं।
7. अपने बच्चों को परिंडों में पानी भरने के लिए प्रेरित करें, ताकि उनमें पक्षियों के लिए दया प्रेम भाव विकसित हो सके।
इस अवसर पर हेमंत सोनी, राकेश सोनी, आकाश सोनी, सुमित सोनी, अजय सोनी व दिनेश सोनी मौजूद रहे।